कोल समाज के इतिहास में कोल समाज से अनगिनत जातियां निकल कर अस्तित्व में आयीं हैं, और आज कोल समाज का अस्तित्व ही खतरे में पढ़ रहा हैं।।
जहां भी देखो एक समस्या उभर कर आ रही हैं वो हैं जाति प्रमाण पत्र की।।
सभी जानते हैं, कि कोल समाज रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली जिलो में निवास करते हैं।
परंतु अब यह पूरे प्रदेश में व्याप्त होते जा रहे हैं।
यही कारण है, कि जब भी कोई जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन देते हैं तो उनका उस जिले के रिकार्ड में कोल जाति का निवास ना होना कहकर आवेदन को तहसीलदार कार्यालय से निरस्त कर दिया जाता हैं।।
इस समस्या के लिए जल्द ही कुछ सुझाव के साथ तहसील कार्यालयों जहां पर भी यह समस्या आ रही है, वहां जाकर अवगत कराने की सामाजिक संस्थाओं व संघठनो से अपील करता हु ।।
अंकित रावतेल कोल
आपका सामाजिक साथी
कोल समाज ग्रुप
जहां भी देखो एक समस्या उभर कर आ रही हैं वो हैं जाति प्रमाण पत्र की।।
सभी जानते हैं, कि कोल समाज रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली जिलो में निवास करते हैं।
परंतु अब यह पूरे प्रदेश में व्याप्त होते जा रहे हैं।
यही कारण है, कि जब भी कोई जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन देते हैं तो उनका उस जिले के रिकार्ड में कोल जाति का निवास ना होना कहकर आवेदन को तहसीलदार कार्यालय से निरस्त कर दिया जाता हैं।।
इस समस्या के लिए जल्द ही कुछ सुझाव के साथ तहसील कार्यालयों जहां पर भी यह समस्या आ रही है, वहां जाकर अवगत कराने की सामाजिक संस्थाओं व संघठनो से अपील करता हु ।।
अंकित रावतेल कोल
आपका सामाजिक साथी
कोल समाज ग्रुप
कोल समाज का अस्तित्व
Reviewed by दुनिया मनोवैज्ञानिक
on
19:27
Rating:

No comments:
नोट: -Before टिप्पणी करते हुए हम आप अनुशंसा हमारे पूछे जाने वाले प्रश्न (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) पृष्ठ पढ़ने के लिए