मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोल जनजाति के कल्याण के लिए कोल कल्याण प्राधिकरण गठित किया जाएगा तथा कोल समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाले किसी एक व्यक्ति को प्रति वर्ष एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
अमर शहीद बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर ग्राम डभौरा में अखिल भारतीय आदिवासी कोल समाज सेवा संघ द्वारा आयोजित महा सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने आदिवासी समाज को संगठित करके उन्हें अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ना सिखाया। नशाखोरी जैसी बुराइयों से दूर रहने का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि उपयुक्त स्थान पर शहीद बिरसा मुंडा की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
चौहान ने कहा कि कोल समाज के उत्थान के लिए प्रदेश में कोल कल्याण प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। साथ ही अखिल भारतीय स्तर पर कोल जाति को आदिम जाति का दर्जा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का अध्यक्ष कोल समाज का व्यक्ति होगा जिसे कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा।
उन्होंने त्योंथर स्थित ऐतिहासिक कोलगढ़ी को संरक्षित करने तथा कोल भित्ति चित्रों को सामने लाने के जरूरी उपाय करने की भी घोषणा की। इस अवसर पर चौहान ने उपस्थित जनसमूह को हर बच्चे को स्कूल भेजने तथा शराब का सेवन नहीं करने का संकल्प दिलाया गया। (भाषा)
Madhya pradesh kol kalyan
Reviewed by दुनिया मनोवैज्ञानिक
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