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भारत के कोल जाति समूह या समाज के जनसंख्या इन राज्यों में 1000 से अधिक है।

सम्पूर्ण भारत मे आज कोल जाति के लोग निवासरत है, इसमे कोई दोहराए नही है, परन्तु कुछ राज्य ऐसे हैं जिनमे कोल जाति की जनसंख्या अधिक है। इनमे सबसे पहले नाम आता है, मध्यप्रदेश का, मध्यप्रदेश में 2011 की जनगणना के अनुसार कोल जाति की जनसंख्या करीब 12 लाख थी।
पर अनुमान लगाया जा रहा है, कि 2021 में कोल जाति मध्यप्रदेश में 15 लाख जनसंख्या के ऊपर पहुच जाएंगी।
ऐसे ही कोल बाहुल राज्य है, जिनमे कोल जाति की जनसंख्या बहुत है,
उनमे है- छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार, असम, उत्तराखंड, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश आदि है।
जहां अधिकतर राज्यों में कोल जाति को जनजाति का दर्जा प्राप्त है-
जिनमे राज्य शामिल हैं।
1.बिहार जनजाति सूची क्र. 32 में कोल जाति अंकित है।
2.छत्तीसगढ़ में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की श्रेणी क्र.24 पर अंकित हैं।
3.झारखंड में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की सूची में क्र.32 पर अंकित है।
4.मध्यप्रदेश में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की सूची में क्र.25 पर अंकित हैं।
5.महाराष्ट्र में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की सूची में क्र.26 पर अंकित हैं।
6.उड़ीसा में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की सूची में क्र.33 पर अंकित हैं।
7.अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कोल जाति अनुसूचित जनजाति की सूची  में क्र.1 पर अंकित है।
इन सभी राज्यों में जहां कोल जाति अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आती है, वही उत्तरप्रदेश में कोल जाति की जनसंख्या लाखों में है, फिर भी 1959 से अभी तक कोल जाति को उत्तरप्रदेश में अनुसूचित जाति (S.C.) में रखा गया है।
वही झारखंड में कोल जाति की बात करे तो झारखंड का इतिहास कोल जाति के लिए गौरान्वित रहा है, यहां के छोटा नागपुर, के सिंहभूम, पलामू, में हुआ कोल विद्रोह सन 1831-32 ई. का इतिहास के पन्नों में अमर हैं।
इतिहास में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्र आज भी कोल जाति के अस्तिव व कोल राजाओं की संज्ञा समेटे हुए हैं,
जिनमे मध्यप्रदेश के रीवा क्षेत्र में त्योंथर स्थित प्रमुख स्थान हैं, जिससे कभी कोल राजाओं का शासन हुआ करता था।

भारत के कोल जाति समूह या समाज के जनसंख्या इन राज्यों में 1000 से अधिक है। भारत के कोल जाति समूह या समाज के जनसंख्या इन राज्यों में 1000 से अधिक है। Reviewed by दुनिया मनोवैज्ञानिक on 15:38 Rating: 5

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