लगता है उत्तरप्रदेश सरकार आदिवासी कोल जाति के धैर्य का परिणाम देखना चाहती है, आजादी के बाद से ही आदिवासी कोल जाति को उत्तरप्रदेश में अनुसूचित जाति में रखा गया है, जबकि आप उत्तरप्रदेश आदिवासी कोल बहुल जिलो मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, चित्रकूट में जाकर बच्चे बूढ़े और और जवान से पूछेंगे, तो वो आपको गर्व से कहेंगे कि "हम आदिवासी है।"
जबकि उत्तरप्रदेश सरकार ने उन्हें आदिवासी होने का दर्जा नही दिया फिर भी बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक सबको पता है कि वे भारत की सबसे प्राचीन आदिवासी जातियों में से एक है
जय जोहर, जय आदिवासी।।
संघर्षशील आदिवासी कोल जाति उत्तरप्रदेश,
"हम हैं आदिवासी"
आदिवासी कोल (जाति) समाज उत्तरप्रदेश
जबकि उत्तरप्रदेश सरकार ने उन्हें आदिवासी होने का दर्जा नही दिया फिर भी बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक सबको पता है कि वे भारत की सबसे प्राचीन आदिवासी जातियों में से एक है
जय जोहर, जय आदिवासी।।
संघर्षशील आदिवासी कोल जाति उत्तरप्रदेश,
"हम हैं आदिवासी"
आदिवासी कोल (जाति) समाज उत्तरप्रदेश
उत्तरप्रदेश में हमे हमारा हक़ दो, आदिवासी है हम हमे आदिवासी होने का दर्जा दो आदिवासी कोल (जाति) समाज
Reviewed by दुनिया मनोवैज्ञानिक
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